भारतरत्न सरदार बल्लभ भाई पटेल की 70 वीं पुण्यतिथि
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए अधिवक्ता राजकुमार दिवाकर ने कहा कि 15 दिसंबर 1950 को मुंबई में बीमारी के कारण सरदार बल्लभ भाई पटेल का निधन हो गया था उन्होंने उत्तर- दक्षिण, पूर्व- पश्चिम को जोड़ने वाले, प्रधानमंत्री
एवं गृह मंत्री का पद संभालने वाले देश के पहले नेता थे।
संचालन करते हुए भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य किसान मोर्चा हरेश कुमार सिंह कहा कि किसान परिवार में जन्मे भारत रत्न सरदार वल्लभभाई पटेल अपनी कूटनीतिक क्षमताओं की बदौलत ही आजाद भारत के 562 रियासतों का विलय भारत में करा
कर भारत को मजबूत बनाने का साहसिक कार्य किया था।
कांग्रेस विधि प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष अधिवक्ता मुकेश रंजन ने कहा कि 36 महीने की बैरिस्टर की डिग्री 30 महीने में इंग्लैंड से हासिल की थी उनका जन्मदिन राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में पूरा देश मनाता है वर्ष 1991
में भारत रत्न की उपाधि दी गई थी।
इस अवसर पर अधिवक्ता राजीव यादव, राकेश कुमार मुनचुन ,शंभू शरण ,विनय कुमार झा, शशी राय, राजेश कुमार, उत्तम कुमार माथुर, अरविंद कुमार सिंह ,अमरजीत कुमार,अरविंद कुमार ओझा ,गौरव कुमार ,अर्जुन कुमार ,कृष्ण मुरारी,
अरुण कुमार सिन्हा ,राजद नेता अवधेश कुमार सिन्हा सहित सैकड़ों की संख्या में उपस्थित अधिवक्ताओं एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भारत रत्न सरदार वल्लभ भाई पटेल को श्रद्धा सुमन अर्पित कर नमन किया।