
वैशाली : डॉ. रघुवंश प्रसाद सिंह स्मृति संस्थान, पटना की ओर से एक बार पुनः बिहार सरकार से आग्रह किया गया है कि स्वर्गीय डॉ. रघुवंश प्रसाद सिंह जी की आदमकद प्रतिमा राजधानी पटना में किसी उपयुक्त सार्वजनिक स्थल पर स्थापित की जाए, जिससे उनकी विचारधारा, कार्यशैली और समाजवादी संघर्षों को नई पीढ़ी तक पहुँचाया जा सके। इस संबंध में संस्थान की ओर से दिनांक 29 जुलाई 2025 को बिहार के माननीय मुख्यमंत्री को औपचारिक पत्र प्रेषित किया गया है, जिसमें वैशाली स्थित नवनिर्मित बुद्ध स्तूप के उद्घाटन के अवसर पर उनके योगदान को याद करते हुए प्रतिमा स्थापना का अनुरोध किया गया है।
संस्थान के सचिव रघुपति सिंह ने बताया कि इस विषय में पूर्व में भी भारत के प्रधानमंत्री और बिहार के मुख्यमंत्री को पत्र भेजा जा चुका है। दोनों पत्रों में यह आग्रह किया गया था कि स्वर्गीय डॉ. रघुवंश बाबू के बहुआयामी योगदान को देखते हुए उनकी स्मृति को चिरस्थायी बनाए जाने हेतु राजधानी पटना में उनकी आदमकद प्रतिमा स्थापित की जाए। डॉ. रघुवंश प्रसाद सिंह न केवल एक वरिष्ठ समाजवादी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री थे, बल्कि उन्होंने ग्रामीण विकास, मनरेगा जैसे योजनाओं के क्रियान्वयन और वैशाली के ऐतिहासिक स्तूप के संरक्षण हेतु भी अग्रणी भूमिका निभाई थी। उन्होंने न केवल संसद और अदालतों में इस दिशा में आवाज उठाई, बल्कि स्वयं स्थल पर जाकर आंदोलन और जन-जागरूकता के माध्यम से भी पहल की। बुद्ध स्तूप की आधारभूमि को सुरक्षित कराना उनके इन्हीं प्रयासों का प्रत्यक्ष परिणाम है।
संस्थान ने यह भी स्मरण कराया कि डॉ. सिंह के निधन के उपरांत मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी स्वयं महनार में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में उपस्थित हुए थे, और उन्होंने स्पष्ट रूप से यह कहा था कि डॉ. रघुवंश बाबू द्वारा अस्पताल से लिखे गए पत्र में उल्लिखित सभी माँगों को पूरा किया जाएगा, जिसमें प्रतिमा स्थापना का वादा भी शामिल था।
संस्थान को आशा है कि सरकार शीघ्र इस प्रस्ताव पर सकारात्मक निर्णय लेकर स्वर्गीय डॉ. सिंह की स्मृति को उचित सम्मान प्रदान करेगी।