
वैशाली जिलाधिकारी के निरंकुश शासन व्यवस्था का परिणाम है कि आज हाजीपुर विधानसभा क्षेत्र में विधायक और नगर परिषद के सभापति का मनोबल बढ़ चुका है। आतंकी व्यवस्था से हाजीपुर नगर क्षेत्र में वातावरण के साथ खिलवाड़ लगभग महिने भर से हो रहा है। वहीं जिलाधिकारी और उनके अधिनस्थ पदाधिकारियों से कई बार अनुरोध करने के बावजूद यह तस्वीर जो हम आपके बीच रख रहे हैं ऐसे ही भयावह स्थिति बनाई गई हैं।
आप सभी को याद होगा कि कोविड - 19 के समय मामूली बातों में पुलिस आम लोगों पर बर्बरता पूर्ण कार्यवाही करते थे। वहीं इतना भयावह और काले धुआं से किस प्रकार से पर्यावरण को दूषित किया जा रहा हैं। यह तस्वीर जो आपके बीच रख रहे हैं वह राजेन्द्र चौक से गुदरी रोड में खाद्यी भंडार वस्त्रालय के पास का हैं। यहां लगभग एक महीने से इस अवैध और असंवैधानिक व्यवस्था के तहत लोगों को घटिया वातावरण में दिन - रात रहना पड़ता है। जिस पर दर्जनों शिकायतें होने और दिन भर में दर्जनों बार नगर थाना की गाड़ियों का आवागमन होता रहता है तो वहीं इस एक महिने में जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक व अनुमंडल स्तरीय अधिकारियों का भी कई बार आना हुआ है।
भारत में आज ऐसी व्यवस्था हो गई है कि अवैध भी वैध सरकार के मनोवृत्ति के आधार पर बन जाते हैं। वहीं बिहार जैसे राज्य में जहां शराब बंदी किए हुए लगभग 9 वर्ष से उपर हो गए लेकिन शराब आज होम डिलीवरी हो रही है। वैसे ही कोविड - 19 के कालखंड में कभी मास्क मुंह पर हो और नाक ना ढ़का रहता था तो लोगों को अपराधियों की तरह देखा जाता था। वहीं लोगों को डंडे और आर्थिक दंड से प्रताड़ित करते थे। वहीं आज इस महाविनाशक काले धुआं से लोगों का जीवन में तबाही मचाई हुई है, लेकिन जिलाधिकारी अपने दलाली स्वभाव से बाज नहीं आ रहे हैं और इसकी सूचना देने वालों का नंबर ब्लाक लिस्ट में डाल देते हैं।
यह कब तक चलता रहेगा जब जिलाधिकारी अपने दलाली स्वभाव से बाहर निकलकर मानवीय सरोकार और मानवाधिकार की रक्षा पर काम करेंगे