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पटना : बहुजन समाज पार्टी (बसपा), 10 सितम्बर से पार्टी के राष्ट्रीय समन्वयक आकाश आनंद और सांसद रामजी गौतम के नेतृत्व में ‘सर्वजन हिताय जागरूकता यात्रा’ निकालेगी। ये जानकारी आज पार्टी के पटना स्थित प्रदेश कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मलेन के दौरान केंद्रीय प्रदेश प्रभारी अनिल कुमार एवं अन्य पदाधिकारियों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दी। उन्होंने बताया कि आगामी 10 सितम्बर से यह यात्रा कैमूर ज़िले से प्रारंभ होगी और कैमूर, बक्सर, रोहतास, अरवल, जहानाबाद, छपरा, सिवान, गोपालगंज, बेतिया, मोतिहारी, मुजफ्फरपुर होते हुए वैशाली में समाप्त होगी।
अनिल कुमार ने स्पष्ट किया कि यह यात्रा महज़ शक्ति प्रदर्शन नहीं है, बल्कि जनता की वास्तविक समस्याओं को उठाने और अधिकार दिलाने का प्रयास है। उन्होंने कहा कि बिहार की मौजूदा सरकार जनता को गुमराह करने और ठगने का काम कर रही है, जबकि बसपा स्पष्ट रूप से यह वादा करती है कि “जिसकी जितनी जनसंख्या, उसकी उतनी हिस्सेदारी” सुनिश्चित की जाएगी।
अनिल कुमार ने कहा कि आज जातीय जनगणना के बाद भी बड़े राजनीतिक दल इस बात के लिए तैयार नहीं हैं कि वे उतनी ही सीटें और उतनी ही राजनीतिक भागीदारी दें, जितनी जनसंख्या किसी समाज की है। जबकि बसपा यह वचन देती है कि विधानसभा की 243 सीटों पर सामाजिक न्याय की यही नीति अपनाई जाएगी।
अनिल कुमार ने भाजपा और महागठबंधन दोनों पर निशाना साधते हुए कहा कि बीते 40 सालों में इन दलों ने सिर्फ बिहार की जनता को ठगा है। न पलायन रुका, न बेरोजगारी की समस्या हल हुई। नीतीश कुमार द्वारा तीन डिसमिल ज़मीन देने की घोषणा आज भी अधूरी है। वहीं, बसपा ने आश्वस्त किया कि सत्ता में आने पर उत्तर प्रदेश की तर्ज पर सरकारी ज़मीन दलित, पिछड़े और वंचित समाज के लोगों को उपलब्ध कराई जाएगी।
अनिल कुमार ने यह भी कहा कि बिहार में शिक्षा और रोजगार की स्थिति बदहाल है। गरीब, दलित और पिछड़े वर्ग को न्याय दिलाना और उन्हें आगे बढ़ाना पार्टी की प्राथमिकता होगी। इसी उद्देश्य से यह जागरूकता यात्रा पूरे प्रदेश में निकाली जा रही है। इस दौरान बसपा नेताओं में मंजू चौहान, संतोष पाल सहित कई सामाजिक प्रतिनिधियों ने भी कार्यक्रम में अपनी भागीदारी दर्ज कराई और कहा कि यह यात्रा जनता के हक और अधिकार की आवाज बनेगी।
बिहार में बहुजन समाज पार्टी की ‘सर्वजन हिताय जागरूकता यात्रा’ 10 सितम्बर से : अनिल कुमार
आज जातीय जनगणना के बाद भी बड़े राजनीतिक दल इस बात के लिए तैयार नहीं हैं कि वे उतनी ही सीटें और उतनी ही राजनीतिक भागीदारी दें, जितनी जनसंख्या किसी समाज की है
Manish Kumar Singh
September 12, 2025
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