
दबंगई और प्रभाव का नया रूप जो सोशल मीडिया युग में प्रचलित हैं कि - कोई बोलतई रे, तो यह डायलॉग हाजीपुर शहर के लिए सटीक हैं। वर्तमान केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री और पूर्व विधायक हाजीपुर का यहां बड़ा आतंक लगातार बना हुआ है। मुझे ठीक - ठाक याद हैं कि जब मैं 2012 के नवंबर में वर्तमान विधायक से बात किया और जो प्रतिक्रिया पहली और तीसरी बार बात करने में मिला वह यह समझने के लिए काफी था कि हाजीपुर क्षेत्र का विधायक अभद्र और आतंक का दुसरा नाम हैं। उसी समय से देखता आ रहा हूं कि हाजीपुर विधानसभा क्षेत्र में तत्कालीन विधायक के ख़िलाफ़ बोलने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे थे।
जब मेरे कुछ मित्रों और परिवार के लोगों को पता चला कि हाजीपुर विधायक से बात किये और उसने मिलने के लिए घुमाते रहा तो बहस हो गई तो सभी ने बहुत डराया। पूर्व विधायक हाजीपुर के ख़िलाफ़ बोलने पर आस पास बैठे लोगों को ऐसे डरते हुए देखा है जैसे शोले फिल्म में गब्बर से डर देखने को मिलता है। लेकिन मैंने अपना समय हाजीपुर में रहकर देने को तैयार हुआ और आतंकी व्यवस्था को ध्वस्त करने के लिए लोकतांत्रिक व्यवस्था का माध्यम ही अपनाया।
अब जब लगभग 13 साल हो गया और जो स्थिति दिखने लगा है कि पुरा हाजीपुर विधानसभा क्षेत्र को श्मशान में बदल दिया गया है। आज से 13 साल पहले जो स्थिति दिखाई दे रहा था वह पहले का कुछ काम था जिसे 2000 से लगभग बंद कर दिया गया है या जो कुछ सड़क, नाले बने हैं उसमें 80% तक घोटाले हुए हैं। घोटालों और आरजकता का परिणाम है कि भारत में लाॅकडाउन की शुरुआत से शहर में नल जल योजना के लिए सड़कों की खुदाई शुरू हुई तो वहीं चंद दिनों बाद ही सड़कों के बीचों-बीच पाईप लाईन बिछाने का काम शुरू हुआ और सड़कों को गड्ढों में तब्दील कर दिया गया।
नमामि गंगे योजना के तहत हाजीपुर शहर को इतना बर्बाद कर दिया गया है कि मौसम मेहरबान हैं कि पिछले 4-5 सालों में बारिश ना के बराबर हुआ है। जिसका परिणाम है कि चंद घटनाओं ने बड़े संकेत दिए, लेकिन नगर परिषद हाजीपुर में भाजपा का राज है और भाजपा के लिए भी बड़ी भूमिका में पूर्व विधायक व वर्तमान केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री का आतंक और दबंग प्रवृत्ति से ना तो प्रशासनिक डर हैं और ना ही जनता का।
नगर परिषद हाजीपुर के कारण कई लोगों के साथ बहुत बड़ी बड़ी दुर्घटना सड़क व नालों की कुव्यवस्था के कारण हुआ था तो वहीं दर्जनों लोगों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर आई जिसमें बच्चे भी शिकार होते देखें गए। नगर परिषद हाजीपुर में सभापति का भाजपा नेताओं का चरण वंदना करना यह दर्शाता है कि लूट और डकैती होती रहेगी और कोई बोलतई रे के सहारे 5 साल बीत ही जाएगा।

आपकी जानकारी में हैं कि इस वर्ष गर्मी ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए और हाजीपुर शहर में 4 दिनों से थोड़ा मौसम का मिजाज बदला है और चंद बुंदे ही बारिश की हुई थी। बारिश जिसे दुनिया कहती और जानती है वह हाजीपुर शहरी क्षेत्रों में लगभग 4-5 सालों से हुआ ही नहीं है। लेकिन जब होगा तो भयावह स्थिति देखने को तो मिलेगा ही और लाखों लोगों की जिंदगी ख़तरे में नज़र आने ही वाली है। महज ठीक-ठाक एक बार बारिश 1-2 घंटे ही हो जाए तो 10 हजार लोगों की हड्डी - फसली टुटते हम सब देख पाएंगे।
खैर बारिश एक अच्छा हो तब की तब हम और लिखेंगे लेकिन महज़ चंद बुंदों में ही जो तस्वीरें सामने आई हैं वह हैं हाजीपुर नगर परिषद क्षेत्र में स्थित नगर का थाना चौक। नगर थाना से महज़ 10 क़दम की दूरी पर जहां से हजारों लोग प्रतिदिन सदर अस्पताल एवं गुदरी बाजार होते हुए नगर के विभिन्न मुहल्लों में आते और जाते हैं, वहां पर नमामि गंगे की खुदाई का असर आप तस्वीरों के माध्यम से देख रहे हैं।
आने वाले समय में मौनसून की दस्तक से जो स्थिति आने वाली हैं वह बहुत भयावह होगी, वहीं आम जनता से लेकर व्यापारियों और छात्रों के लिए बहुत बड़ी दुर्घटना का कारण यहीं नगर परिषद हाजीपुर की सड़कें बनने वाली हैं। खैर आप नगर परिषद हाजीपुर में रहने वाले को क्या दिक्कत है जय भाजपा तय भाजपा में मग्न हो अपराधियों के गुणगान में व्यस्त रहिए।
बच्चों, बुजुर्गों और बिमारियों से ग्रस्त लोगों को भगवान भरोसे छोड़ दिजिए। अगर कोई मौत हो जाएगी तो 10-15 हजार अंतिम संस्कार और 4 लाख दुर्घटना के नाम पर मिल ही जाएगा।