
'बदलो बिहार, नई सरकार' अभियान के तहत आज महात्मा गांधी के प्रपौत्र तुषार गांधी 12 जुलाई से 19 जुलाई तक 8 दिवसीय दौरे पर मुजफ्फरपुर पहुंचे। प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग द्वारा बिहार के चुनाव को चोरी करने का जो षड्यंत्र किया जा रहा है, उसके प्रति बिहार के नागरिकों को सजग करने के लिए वे यह दौरा कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि बिहार ना केवल चंपारण आंदोलन की धरती है बल्कि संपूर्ण क्रांति के जनक लोकनायक जयप्रकाश नारायण के नाम से भी जाना जाता है।
उन्होंने आशा व्यक्त की है कि ऐसे बिहार के जागरूक मतदाता इस साजिश को सफल नहीं होने देंगे। तुषार गांधी ने कहा कि मेरे परदादा महात्मा गांधी का जिस तरह का आत्मीय रिश्ता आजादी के आंदोलन के दौरान बिहार से रहा है, मैं उस रिश्ते की विरासत को आगे बढ़ाने आया हूँ l उन्होंने कहा कि मैंने महाराष्ट्र में जनादेश को चोरी होते हुए देखा है, उस चोरी को महाराष्ट्र के मतदाताओं ने पकड़ लिया था, इसके बावजूद भी चुनाव आयोग ने उनके साथ न्याय नहीं किया। बिहार में हम जनादेश चोरी नहीं होने देंगे।

तुषार गांधी ने कहा कि बिहार चुनाव आयोग द्वारा विशेष गहन पुनरीक्षण का निर्देश दिया गया है यह गरीबों ,दलितों अतिपिछड़ों, अल्पसंख्यकों को मताधिकार से वंचित करने का प्रयास है। जबकि आजादी के बाद की सरकारों ने अधिकतम
मतदाताओं को चुनाव से जोड़ने का काम किया था । उस पर सुप्रीम कोर्ट ने प्रमाण के तौर पर आधार कार्ड, वोटर कार्ड और राशन कार्ड जोड़ने का सुझाव दिया है। बेहतर होता कि सुप्रीम कोर्ट चुनाव आयोग को सुझाव देने की जगह आदेश देता। उन्होंने आशा व्यक्त की है कि 28 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट ऐसा फैसला देगा जिससे बिहार का एक भी मतदाता अपने मताधिकार से वंचित नहीं होगा।
उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग के माध्यम से सरकार नागरिकता के मुद्दे पर अहम निर्णय करने का प्रयास कर रही है, जिसको लेकर सुप्रीम कोर्ट ने स्पष्ट कहा है कि यह कार्य चुनाव आयोग का नही, गृह मंत्रालय का है।
उन्होंने कहा है कि देश में किसान आंदोलन एमएसपी की कानूनी गारंटी है और बिहार में मंडी व्यवस्था की बहाली की मांग कर रहे है। उसके समर्थन में किसानों को अपनी संगठित ताकत दिखानी चाहिए।
तुषार गांधी ने कहा कि बेरोजगारी युवाओं का सबसे बड़ा सवाल है। सरकार ने बेरोजगारी के सवाल को नजर अंदाज किया है, इस चुनाव में युवाओं को रोजगार को मुद्दा बनाकर मतदान करना चाहिए।
प्रेस वार्ता में समाजवादी चिंतक विजय प्रताप, किसान संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ सुनीलम, हम भारत के लोग से शेख अलाउद्दीन और गुड्डी, लोकतांत्रिक राष्ट्र निर्माण अभियान के मंथन और प्रवीर पीटर शामिल हुए। प्रेस वार्ता का संचालन मुजफ्फरपुर स्थानीय साथी शाहिद कमाल ने किया।