भारतीय स्टेट बैंक, हाजीपुर की मुख्य शाखा परिसर में भारतीय स्टेट बैंक पेंसनर्स एसोसिएशन पटना सर्किल के चयनित पदाधिकारियों, मुजफ्फरपुर के नेतागण एवं हाजीपुर के उत्कृष्ठ सेवाधारी वरिष्ठ पेंसनरो को बूके देकर स्वागत एवं अंग वस्त्र देकर सम्मानित करने का समारोह आयोजित किया गया । समारोह की अध्यक्षता वैशाली जिला ईकाई के अध्यक्ष सी वी सिंह एवं संचालन जिला ईकाई के सचिव भी पी विमल जी ने किया । सभा में मुख्य रुप से पटना सर्किल पेंसनर्स एसोसिएशन के सर्व मान्य नेता अध्यक्ष श्री सी पी सिंह, उपाध्यक्ष श्री टुनटुन बैठा एवं सबों के चहेते सचिव श्री हरेन्द्र प्रसाद जी के साथ-साथ पटना एवं मुजफ्फरपुर के दर्जन नेता पेन्शनर्स एसोसिएशन के प्रतिनिधि के रुप में उपस्थित रहे।
सबो को अंगवस्त्र एवं बूके तथा माला पहना कर स्वागत और सम्मानित किया गया । स्वागत सम्मान और अभिनंदन करते हुए पेंसनर्स एसोसिएशन के जिला ईकाई के उपाध्यक्ष एवं हिन्दी बज्जिका के वरिष्ठ साहित्यकार रवीन्द्र कुमार रतन ने सर्किल अध्यक्ष श्री सी पी सिंह को भारतीय स्टेट बैंक पेंसनर्स एसोसिएशन के सदस्यों
का ' हिर्दय सम्राट ‘ कहा और उनकी भावना को अपने शब्दो मे कहा:- ’जीना तेरी गली में ,मरना तेरी गली में , मरने के बाद चर्चा भी तेरी गली (स्टेट बैंक समाज) में । सचिव श्री हरेन्द्र प्रसाद जी की तुलना डाॅ राजेन्द्र प्रसाद की सादगी ,सरलता एवं सहजता से करते हुए उन्हे सेवा और कर्मक्षेत्र का पुजारी कहा । समयाभाव के कारण बकिए सभी 25 चयनित और उत्कृष्ठ कार्य करने बालों सहित उपस्थित सारे लोगों का स्वागत औरअभिवंदन किया।

अपने अभिनंदन और स्वागत से अभिभूत हो नेता श्री सी पी सिंह ने कहा भारतीय स्टेट बैंक हमारा परिवार था ,है और रहेगा । बधाई हमारी नही आप सबकी है जिसके स्नेह ,सहयोग और प्यार के बल पर इस भारी जिम्मेवारी को निभाने की ताकत मिलेगा । वरिष्ठ सदस्य अनिल श्रीवास्तव, अमर नाथ सिंह, विमल जी, नरेन्द्र जी आदि ने सदस्यों की समस्या कीब ओर ध्यान आकृष्ट कराया जिसे दूर करने का सबने वादाकिया। सभा में मुख्य रुप से शैलेन्द्र यादव, अमरनाथ सिंह, लक्ष्मीनारायण लाल दास ,जवाहर लाल विद्यार्थी, नागदेव राय, आर बी दास,राम प्रवेश पटेल, जितेन्द्र सिंह, शैलेस कुमार सिंह ,बी पी सिंह, ब्रह्मचारी जी, जगन्नाथ प्रसाद, राजेन्द्र प्रसाद दास, अशोक कुमार सिंह, अनिल श्रीवास्तव, दिनेश कुमार, रामचन्द्र प्रसाद, चौधरी साहब, यू एन दास, रवीन्द्र कुमार रतन, भी पी विमल, सी वी सिंह , निरंजन सिंहा, काले बादल, नरेन्द्र सिंह आदि ने भी अपने- अपने विचार रखे ।
अन्त में नरेन्द्र कुमार सिंह ने धन्यवाद ज्ञापन कर सबसे खाना खा कर ही जाने का अनुरोध कर सभा समाप्त होने की घोषणा की।