- इस वर्ष कालाजार के 27 मरीज हुए हैं चिन्हित
मुज़फ़्फ़रपुर - जिले में कालाजार उन्मूलन के लिए 21 जुलाई से आईआरएस के द्वितीय चक्र की शुरुआत होगी। जिला भीबीडीसी पदाधिकारी डॉ सुधीर कुमार ने बताया कि आईआरएस के द्वितीय चक्र में 15 प्रखण्डों के 133 कालाजार प्रभावित गाँवों के सभी घरों में 40 दलों द्वारा 60 कार्य दिवस के अन्दर सिंथेटिक पॉयरेथॉइराइड का छिड़काव कराने का लक्ष्य है। इसके लिए सभी प्रखंडों के एसएफडब्लू को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। एसएफडब्लू प्रशिक्षण लेकर अपने प्रखंड के छिड़काव दल को प्रशिक्षित करेंगे।
छिड़काव के साथ साथ दलों द्वारा कालाजार मरीजो की खोज भी की जायेगी और ग्रामीणों को कालाजार, मलेरिया, डेंगू, मस्तिष्क ज्वर तथा फाईलेरिया आदि से बचाव की जानकारी भी दी जायेगी। संभावित कालाजार मरीज मिलने पर उन्हें संबंधित स्वास्थ्य केंद्र पे भेज कर जांच करवाई जाएगी। उन्होंने इसमे छिड़काव कर्मियों की भूमिका की सराहना करते हुए उन्हें अच्छी तरह सभी घरों के सभी कमरों, पूजा घर, रसोई घर, बरामदा, गोशाला तथा शौचालय की दीवारों पर 6 फीट तक गुणवत्तापूर्ण छिड़काव के निर्देश दिए ताकि जिला मे कालाजार की स्थिति शून्य हो सके।
विदित हो कि जिले के सभी प्रखण्ड मानक के अनुरूप कालाजार उन्मूलन ( प्रखण्ड स्तर पर प्रति दस हजार की आबादी पर एक से कम मरीज) का लक्ष्य प्राप्त करने के दिशा में तेजी से अग्रसर है। वर्ष 2021 में कालाजार के 126, 2022 में 78, 2023 में 50, 2024 में 48 मरीज प्रतिवेदित हुए थे। इस वर्ष 2025 मे जून तक 27 कालाजार के मरीज मिले हैं जिनका ईलाज चल रहा है।
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जिला भीबीडी नियंत्रण पदाधिकारी डॉ सुधीर कुमार ने बताया कि सभी प्रभावित गाँवों के शत प्रतिशत घरों मे गुणवत्तापूर्ण छिड़काव हमारा लक्ष्य है और इसके लिए ग्रामीणों एवं जनप्रतिनिधियों का सहयोग अपेक्षित है।
मौके पर भीडीसीओ राकेश कुमार एवं विपीन कुमार, पिरामल पीएल इफ्तिखार अहमद खान, बीएचआई संजय रंजन एवं प्रदीप कुमार, भीबीडीएस राजीव रंजन सहित सभी प्रखंडों के एसएफडब्लू मौजूद थे।