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May 12, 2025
Ahaan News

भारत के लिए आवश्यक है आरक्षण, मोदी करें आरक्षण 100% लागू ?

यह अब कहने वाली बातें ही नहीं रही कि "हम भारत के लोग ..." अब हम जाति के लोग, भारत को खंडित खंडित करने वाले सभी योजनाओं को लागू करेंगे, यहीं तो कहती हैं भारतीय संविधान और संसद।

नरेंद्र दामोदर दास मोदी के नेतृत्व में जो तथाकथित हिंदू परंपरा की शुरुआत 2014 में वह 2025 में जातिवादी व्यवस्थाओं के साथ मजबूत हो गई। नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में अब देश में जातिगत सर्वे होगा जो कि हिन्दू राष्ट्र की जिम्मेवारी से मुक्त कर देती है। आरक्षण की आवश्यकता अब व्यवस्था का ही नहीं बल्कि संसद वह संविधान का चरित्र बन गया है। ना तो भारतीय संविधान में यह ताकत और इच्छाशक्ति हैं कि वह भारत का मान बढ़ा सकें और ना ही संविधान के द्वारा संचालित भारतीय सरकार में।

देश में लगातार आरक्षण की बात मजबूत होती जा रही है और भारत सरकार जातिगत भावनाओं से ग्रसित होकर संविधान में लगातार संशोधन कर आरक्षण के दायरे को बढ़ा रही है। आरक्षण के दायरे को बढ़ाने से देश की स्थिति अयोग्य लोगों से भरने की तैयारी है। योग्यता के आधार पर देश के विकास में जो भी भागीदारी होनी चाहिए थी उसके सारे रास्ते बंद कर दिए जा रहे हैं। भारत सरकार भारत के नाम पर जिस प्रकार से वोट की राजनीति करती है वहीं भारत को विकसित एवं विकासशील देश बनाने के लिए कोई भी ऐसा कदम नहीं उठा रही जिससे देश आगे बढ़ सके।

आरक्षण की जगह जरूरत यह है कि हर एक नागरिक के लिए शिक्षा, चिकित्सा, सड़क, बिजली, पानी की समुचित व्यवस्था हो ताकि हर एक व्यक्ति हर एक नागरिक निश्चित तौर पर आगे बढ़ सके। जब तक भारत शिक्षित नहीं होगा तब तक इसी प्रकार से आरक्षण की बेड़ियों में जकड़ कर समाज दर समाज और जातिगत जाति को तोड़ने में जोड़ने की राजनीति चलती रहेगी। जिसका परिणाम यह है कि आने वाले समय में एक महा विस्फोट से पूरा समाज एक दूसरे पर हावी हो जाएगा। समाज की संरचना लोकतंत्र की जिम्मेदारी होती है और आज लोकतंत्र की जिम्मेवारी भारत के सदन में या कहें कि संविधान में निहित हैं। वहीं भारतीय संविधान और भारतीय संसद दोनों इमानदार नजर नहीं आती हैं।

संविधान और भारत के सदनों की जिम्मेवारी यह होनी चाहिए कि जातिगत बातों से अलग हटकर हर एक व्यक्ति के लिए शिक्षा सुनिश्चित कराई जाए। साथ ही साथ हर एक नागरिक पढ़ें और अपनी पढ़ाई को पूर्ण करें इसके लिए उसके परिवार को आर्थिक और मानसिक रूप से मजबूत करने की जरूरत है। ना कि शिक्षा के नाम पर चावल, आटा, दाल बांटने से शिक्षा का स्तर सुधर जाएगा।

नरेंद्र मोदी के शब्दों में कहे तो वो अति पिछड़ा वर्ग से आते हैं और जीवन में बहुत कष्ट उठाया है। जिस कारण धीरे-धीरे एक समाज का वर्गीकरण करने का नरेंद्र मोदी ने गहरा षड्यंत्र भी किया है। भारत माता के कितने टुकड़े कर दिए जा रहे हैं शायद नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार को समझ नहीं है। आरक्षण के दायरे और जातिगत आधार को बनाकर जिस प्रकार से भारत को विखंडित करने का प्रयास किया जा रहा है उस विखंडन को और बेहतर बनाने का मेरा एक सुझाव है।

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को तथाकथित तौर पर भारत में जो सवर्ण जाति है उसे भारत के तमाम प्रकार के अधिकार छीन लेने चाहिए। ताकि इसके अलावा बची हुई जातियां आपस में भारत को संचालित करने के लिए टैक्स भरे और उसी टैक्स से अपनी जातियों का निर्वहन करें। भारत के प्रधानमंत्री को यह करना चाहिए कि हर एक जाति के आधार पर उन्हें शिक्षा देने वाले शिक्षक, उनका इलाज करने वाले चिकित्सक, उनके लिए वकालत करने वाले वकील, उनके लिए एक अलग से कोर्ट की व्यवस्था जिसमें उन्हीं की जाति के लोग उस कोर्ट में केस दर्ज करें।


उसी प्रकार से हरे क्षेत्र में जाति के आधार पर सभी चीजों का विभाजन कर देना चाहिए और तथाकथित तौर पर सवर्ण जातियों को देश के सभी सरकारी पदों से विमुक्त कर देना चाहिए। वही सभी सरकारी पदों पर जातिवाद के लिए होड़ लगाने वाली जातियों की पदस्थापना करनी चाहिए। जिससे भारत के मुख्य सचिव से लेकर एक पंचायत के पंचायत सचिव तक की जिम्मेवारी जातिगत आधार पर नियुक्त हो और उसी जाति के लोग उसका लाभ उठाएं।

जातिवाद की रफ्तार कम होती हुई नहीं दिख रही है इसके लिए जरूरी है कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ही जाति आधारित व्यवस्था का नीव रख देना चाहिए। प्रत्येक जातियों के लिए खुद की जाति में शादी, खुद की जाति से शिक्षा, खुद की जाति से चिकित्सा, खुद की जाति के साथ कानूनी दांवपेच एवं खुद की जाति के साथ ही उठना बैठने का प्रधान लागू करना चाहिए।


आज के दौर में जिस प्रकार से भारत में पूरे तरीके से विकास के नाम पर और जातिवाद के नाम पर देश के टुकड़े टुकड़े करने में हमारे राजनेता और हमारा संसद और संविधान सहयोग करता है उससे बेहतर है कि जाति के आधार पर ही बांट दिया जाए।

अब भारत इतना आगे बढ़ चुका है कि अब जाति के बगैर भारत की कल्पना करनी मुश्किल है। जातिगत आधारित आरक्षण ने देश को विकलांग बना कर छोड़ दिया है और जिसका परिणाम है कि आज पूरा भारत और योग्यताओं से पूर्ण सदन का नेतृत्व कर रहा है। इसलिए मेरे सुझाव पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को विचार करना चाहिए और यह दिखाना चाहिए कि वह वाकई में भारत की चिंता और चिंतन में 18 से 20 घंटे काम कर रहे हैं।
 

Manish Kumar Singh By Manish Kumar Singh
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May 12, 2025
Ahaan News

वीआईपी पार्टी में अरुण कुमार मंडल

राजपा पार्टी से बिहार प्रदेश प्रवक्ता पद छोड़कर

राजपा पार्टी से बिहार प्रदेश प्रवक्ता पद छोड़कर आज वीआईपी पार्टी के माननीय सुप्रीमों व.पुर्व मंत्री बिहार सरकार सन ऑफ मल्लाह बड़े भैया मुकेश सहनी की
आमंत्रित पर मैने सिस्टाचार मुलाकात गुलदस्ता एवं शॉल पहनाकर स्वागत के वाद पार्टी सदस्यता ग्रहण करवाया गया। साथ जिला मधेपुरा प्रवक्ता के पद पर मनोनय क्या गया है।

अरुण कुमार मंडल समाजसेवी कुमारखंड बहुत संघर्ष सील युवा इनको जिला मधेपुरा प्रवक्ता बनाने पर अरुण कुमार मंडल ने कहा माननीय बड़े भैया-सह-पुर्व मंत्री बिहार सरकार? विकासशील-इंसान पार्टी सुप्रीमों अरुण कुमार मंडल ने आज अपने परिवार की तरह मुझे समझकर निषाद आरक्षण के लिए हर संभव लड़ने वह सरकार बिहार में इंडिया गठबंधन की सरकार बनायेंगे। 

हम राष्ट्रीय जनसंभावना पार्टी के बिहार प्रदेश प्रवक्ता के पद छोड़कर वीआईपी पार्टी में सामिल होने पर हम अपने और से एवं तमाम हमारे कार्यकर्ता सदस्य वो पदाधिकारी तरफ ढेरो शुभकामनाएं एवं बधाई दिया है। समस्त वीआईपी पार्टी के पदाधिकारी व माननीय सुप्रीमों विकाश शील इंसान पार्टी पुर्वमंत्री बिहार सन ऑफ मल्लाह आदरणीय मुकेश सहनी जी के निर्देशानुशार पार्टी को विस्तार से मजबूत करेंगे। वह विधानसभा चुनाव में आदरणीय बड़े भैया जी को जीताने को वह उपमुख्यमंत्री बनाने को लेकर एक अच्छा संघर्ष करेंगे।

Manish Kumar Singh By Manish Kumar Singh
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May 11, 2025
Ahaan News

खंड - 03 : हाजीपुर विधानसभा @2000 से @2025

पार्ट - 3 : जिलाधिकारी से सवाल करने की हिम्मत कैसे ?

 

बर्बाद गुलिस्ताँ करने को बस एक ही उल्लू काफ़ी था
हर शाख़ पे उल्लू बैठा है अंजाम-ए-गुलिस्ताँ क्या होगा

यह कहावत वैशाली जिले पर आज के परिप्रेक्ष्य में सत्य प्रतीत होता है। आज लगभग तीन वर्षों से जिस अधिकारी को जिला का प्रमुख बनाया गया है वह हैं यशपाल मीणा जिलाधिकारी वैशाली। जहां जिलाधिकारी के रूप में वैशाली आते ही पूरे प्रशासनिक महकमों में भारी हंगामा मचाया हुआ था। वहीं धीरे - धीरे अपनी जिम्मेदारियों से खुद को मुक्त कर जनतंत्र के नाम पर जनता का शोषण करने में लग गए।

यशपाल मीणा ने प्रारंभिक प्रभार में हाजीपुर शहर में अतिक्रमण और जाम पर एक सप्ताह काम किया और फिर अपनी उपस्थिति को शुन्य कर दिया। नगरीय प्रशासन के साथ मिलकर हाजीपुर नगर परिषद में सड़कों को गड्ढों में तब्दील कर गड्ढों को ही सड़क मानकर अवैध वसूली की दुकान चला रहे हैं। सरकार के नज़र में जो क्षेत्र सड़क माना जाता है वह आज गड्ढों का महा त्रास बना दिया गया है और निर्माण के नाम पर लोगों को मौत के मुंह में धकेला जा रहा है।

कुछ तस्वीरें आपके बीच रख रहें हैं जो कि कोविड - 19 से भी भयावह रूप लेकर आम जन का जीवन ले रहा है। महामारी को जन्म देने वाले गतिविधियों से सड़कों का निर्माण पिछले एक महीने से राजेन्द्र चौक से गुदरी रोड में चल रहा है और अब तक 200 मीटर भी सड़क का निर्णय हुआ है जिसमें 30% से ज्यादा काम अधूरे और दुर्घटना को बढ़ावा देने वाले रूप में सड़कों पर विकसित किया गया है।

यशपाल मीणा को दर्जनों बार सूचित करने के बावजूद भी जिलाधिकारी के कानों पर जूं तक नहीं रेंगता है। वह इसे राजनीतिक चाटुकारिता का भी एक हिस्सा माना जाता हैं। नगर परिषद हाजीपुर की जो स्थिति बनाई गई है वह मौत का केंद्र बिंदु बनाकर रख दिया है और मौत की दुकान को कैसे समाधान की ओर ले जाया जाए यह जनता को ही पता है और चलता है।

जैसा सांसद और विधायक और सभापति का चयन लोगों ने किया है उसका परिणाम है कि नगर परिषद हाजीपुर को मौत का केंद्र बना दिया गया है।
 

Manish Kumar Singh By Manish Kumar Singh
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May 10, 2025
Ahaan News

मोदी जी आप सिर्फ चुनाव लड़ें,, युद्ध। रहने दे।

यूं ही कोई आयरन लेडी नहीं कहलाती हैं

मानना पड़ेगा, बड़ी शक्तिशाली थीं इंदिरा गाँधी...। इंदिरा गांधी से हर समय अपनी राजनीति शुरू करने वाले नरेंद्र दामोदर दास मोदी ने आज भारत के उम्मीदों पर पानी फेर दिया। सीज फायर कर नरेंद्र दामोदर दास मोदी ने सिंदूर मिशन को एकबार फिर धोखा दे दिया।

वहीं एक ओर सोशल मीडिया पर मजबूत संदेश आने लगा नरेंद्र दामोदर दास मोदी को लेकर कि -

सिंदूर डाल के  पहले भाग जाना इसकी पुरानी आदत है...! 😡

सिंदूर को फिर एक बार धोखा दिया पहले 18 वर्ष की अवस्था मे अब 74 वर्ष की अवस्था मे 
74-18 =56

वहीं दूसरी ओर सोशल मीडिया पर एक संदेश जोड़ पकड़े हुए हैं कि -

इतिहास याद रखेगा...
एक थी आयरन PM 
एक है सायरन PM

पहलगांव हमले में दर्जनों लोगों की हत्या कर दिया गया और उसके जबाव में सिंदूर मिशन के तहत कार्रवाई की लंबी लंबी बातें हुई और अब अमेरिका के आगे घुटने टेक दिए मोदी सरकार ने जो 16 मई 2014 से अबतक भारत सरकार का संचालन करनी है या कहें नेतृत्व करती हैं।

जहां अमेरिका ने एक दिन पहले ही बता दिया था कि भारत और पाकिस्तान के बीच रात भर की बातचीत कर सीज फायर करा दिया है। यह सुचना अमेरिका के राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रांप ने खुद X पर पोस्ट कर बताया पुरी दुनिया को, तो वहीं भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र दामोदर दास मोदी ने अपनी चुप्पी से यह साबित कर दिया कि वह अमेरिका के दबाव में आकर सीज फायर करने को मजबूर हो गए हैं।

मोदी के टीम ने पिछले कुछ दिनों से देश को नया सपना दिखाने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी कि मोदी हैं तो मुमकिन है और इस बार पाकिस्तान के तीन टुकड़े हो जाएंगे। वहीं POK को मोदी जी लेकर रहेंगे लेकिन मोदी जी ने अपनी पुरी प्रोपगंडा टीम को निराश कर दिया।

आने वाला समय नरेंद्र दामोदर दास मोदी को लेकर गंभीर कभी नहीं हो पाएगा और पहलगांव में दर्जनों हत्या के बाद सिंदूर मिशन के तहत भी दर्जनों की बलि देकर नरेंद्र दामोदर दास मोदी ने सिर्फ अपने लिए राजनीतिक मजबूरी को मजबूती प्रदान करने का प्रयास किया लेकिन भारत की जनता नरेंद्र दामोदर दास मोदी के नाकामियों को लेकर आहत हैं।
 

Manish Kumar Singh By Manish Kumar Singh
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May 09, 2025
Ahaan News

खंड - 02 : हाजीपुर विधानसभा @2000 से @2025

पार्ट - 2 : हाजीपुर विधानसभा क्षेत्र में किसमें हिम्मत है जो सवाल खड़े करें ?

वैशाली जिलाधिकारी के निरंकुश शासन व्यवस्था का परिणाम है कि आज हाजीपुर विधानसभा क्षेत्र में विधायक और नगर परिषद के सभापति का मनोबल बढ़ चुका है। आतंकी व्यवस्था से हाजीपुर नगर क्षेत्र में वातावरण के साथ खिलवाड़ लगभग महिने भर से हो रहा है। वहीं जिलाधिकारी और उनके अधिनस्थ पदाधिकारियों से कई बार अनुरोध करने के बावजूद यह तस्वीर जो हम आपके बीच रख रहे हैं ऐसे ही भयावह स्थिति बनाई गई हैं।

आप सभी को याद होगा कि कोविड - 19 के समय मामूली बातों में पुलिस आम लोगों पर बर्बरता पूर्ण कार्यवाही करते थे। वहीं इतना भयावह और काले धुआं से किस प्रकार से पर्यावरण को दूषित किया जा रहा हैं। यह तस्वीर जो आपके बीच रख रहे हैं वह राजेन्द्र चौक से गुदरी रोड में खाद्यी भंडार वस्त्रालय के पास का हैं। यहां लगभग एक महीने से इस अवैध और असंवैधानिक व्यवस्था के तहत लोगों को घटिया वातावरण में दिन - रात रहना पड़ता है। जिस पर दर्जनों शिकायतें होने और दिन भर में दर्जनों बार नगर थाना की गाड़ियों का आवागमन होता रहता है तो वहीं इस एक महिने में जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक व अनुमंडल स्तरीय अधिकारियों का भी कई बार आना हुआ है।

भारत में आज ऐसी व्यवस्था हो गई है कि अवैध भी वैध सरकार के मनोवृत्ति के आधार पर बन जाते हैं। वहीं बिहार जैसे राज्य में जहां शराब बंदी किए हुए लगभग 9 वर्ष से उपर हो गए लेकिन शराब आज होम डिलीवरी हो रही है। वैसे ही कोविड - 19 के कालखंड में कभी मास्क मुंह पर हो और नाक ना ढ़का रहता था तो लोगों को अपराधियों की तरह देखा जाता था। वहीं लोगों को डंडे और आर्थिक दंड से प्रताड़ित करते थे। वहीं आज इस महाविनाशक काले धुआं से लोगों का जीवन में तबाही मचाई हुई है, लेकिन जिलाधिकारी अपने दलाली स्वभाव से बाज नहीं आ रहे हैं और इसकी सूचना देने वालों का नंबर ब्लाक लिस्ट में डाल देते हैं।

यह कब तक चलता रहेगा जब जिलाधिकारी अपने दलाली स्वभाव से बाहर निकलकर मानवीय सरोकार और मानवाधिकार की रक्षा पर काम करेंगे

Manish Kumar Singh By Manish Kumar Singh
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May 09, 2025
Ahaan News

बिहार सरकार पंचायतीराज विभाग मंत्री श्री केदार प्रसाद गुप्ता को माँगो का ज्ञापन सौंपा

निर्वाचित जनप्रतिनिधि हित में एक 11 सूत्री माँगो का ज्ञापन सौंपे तथा बिन्दु वार वार्ता की

बिहार प्रदेश पंच सरपंच संघ के तत्वाधान आज प्रदेश अध्यक्ष अमोद कुमार निराला ने पंचायती राज बिहार सरकार के मंत्री केदार प्रसाद से कार्यालय प्रकोष्ठ में मिलकर सूबे के ग्राम कचहरी और इसके निर्वाचित जनप्रतिनिधि हित में एक 11 सूत्री माँगो का ज्ञापन सौंपे तथा बिन्दु वार वार्ता की और सभी ज़रूरी माँग पुरा करने का आग्रह किया ।

मंत्री श्री गुप्ता ने माँग पत्र का गहराई से पुनः अवलोकन किया त्वरित कार्रवाई करते हुए लिखित रूप से निर्देशक पंचायतीराज विभाग को निर्देशित किया कि आवेदन के आलोक में आवश्यक कार्रवाई करेंगे । माँगो के आलोक में मुख्यरूप से ग्राम कचहरियों में प्रहरी सह सफ़ाई कर्मी की नियुक्ति, पंच,सरपंच,उप सरपंचों का बकाया १० दिनों के अन्दर सत प्रतिशत भुगतान,सचिव और न्याय मित्रों तथा पंच परमेश्वर के मानदेय नियत तथा विशेष भत्ता में बढ़ोतरी,ग्राम कचहरियाँ कंप्यूटर से लैस होंगे,चैकिदार की उपस्थिति हेतु उच्च स्तरीय पत्र निर्गत होंगे,न्याय पगड़ी,आदि पर आदेश किए ।

 

संघ अध्यक्ष श्री निराला ने बताया कि न्याय के साथ विकास की अवधारणा के आलोक में हमारे सभी एक ग्यारह सूत्री ग्राम कचहरी एवं निर्वाचित जन प्रतिनिधियों को सर्व सुविधा संपन्नता हेतु माँग जायज़ है सरकार बिहार विधानसभा चुनाव से पहले वेतन,भत्ता,पेंशन,सुरक्षा,स्वास्थ्य, एवं बीमा सुविधा,विकासात्मक कार्यों की समीक्षा,कंप्यूटर ऑपरेटर,भूमापक अमीन,स्थानीय निकाय MLC चुनाव में पंच सरपंचों को मतदाता बनाने सहित सभी माँग पूर्ण करें अन्यथा ग्राम कचहरी प्रतिनिधि सामूहिक इस्तीफ़ा देने को बाध्य होंगे जिसकी सारी जवाब देही राज्य व केंद्र सरकार की होगी ।
 

Manish Kumar Singh By Manish Kumar Singh
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May 09, 2025
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खंड - 01 : हाजीपुर विधानसभा @2000 से @2025

पार्ट - 1 : हाजीपुर हैं क्या? क्या आप जानते हैं?

हाजीपुर नाम 13-14वीं शताब्दी के मध्य आया और लगातार लगभग आज 800 वर्षों से लूट का ही अड्डा बना हुआ है। हाजी इल्याश से प्रारंभ हुआ और अंग्रेजी हुकूमत के बाद आजाद भारत के बावजूद लूटेरों का दंश झेलते हुए आज तक हम सड़क, बिजली और पानी तक के सामान्य और जरूरत के संकटों से मुक्ति नहीं पा सके हैं। अंग्रेजी हुकूमत काल में नगर क्षेत्र का विकास हुआ और 1869 ईस्वी में हाजीपुर नगर पालिका बना और आज नगर हाजीपुर का क़द राज्य सरकार ने गिराकर नगर परिषद कर दिया।

नगर का विकास जिस स्तर पर होना चाहिए था आज तक एक गांव के सामान्य जीवन स्तर को भी प्राप्त नहीं कर सका। आज़ाद भारत में सबसे बड़ा लूट का केंद्र रहा तो राजनीतिक रूप से विश्व रिकॉर्ड बनाने वाली हाजीपुर ही। हाजीपुर में नेताओं का नेतृत्व झूठ और फरेब के आगे नतमस्तक हुई और जनतंत्र में जनता के बीच से बेवस और लाचार लोगों को चंद लालच देकर अन्य समाज के संभ्रांत लोगों का मुंह बंद करा रखा है।


आज संभ्रांत समाज उद्दंड लोगों से दूरी बनाए रखता है क्योंकि उन्हें अपने मान सम्मान की चिंता व चिंतन रहती हैं। और इसी का फायदा जनप्रतिनिधि और नौकरशाह उठाते हैं। जिसका आज परिणाम यह हैं कि हाजीपुर नगर परिषद क्षेत्र आज जानवरों के रहने लायक भी नहीं रहा है।
 

हाजीपुर शहर हाजीपुर विधानसभा क्षेत्र का प्रमुख केन्द्र है।
 

हाजीपुर विधानसभा क्षेत्र में 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान भारतीय जनता पार्टी (भाजपा - BJP) का हिस्सा हुआ और आज 26 वें साल में प्रवेश कर गया है। आज 25 वर्षों की ओर नज़र डालें तो हाजीपुर विधायक के रूप में एक व्यक्ति का बर्चस्व बना हुआ है भले ही 2014 में जो तत्कालीन विधायक थे वह संसद में चले गए मगर जिसे अपने उत्तराधिकारी के रूप में बैठाया वह पहले जैसे 2000 से व्यक्तिगत सहायता (PA) थे वैसे भी पद पर बैठने के बावजूद पिछले 11 वर्षों से हैं।

हाजीपुर विधानसभा चुनाव 2025 में ऐसे उम्मीदवार की तलाश है जो स्वतंत्रता से अपने विधायक धर्म का पालन विधानसभा क्षेत्र में करें। जनतंत्र में जनता को जो अधिकार हैं उसका सम्मान करने वाला विधायक हाजीपुर को चाहिए ताकि लोकतंत्र की धरती वैशाली का सम्मान बरकरार रह सकें।
 

Manish Kumar Singh By Manish Kumar Singh
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May 09, 2025
Ahaan News Social Activities

बदहाल स्थिति में हाजीपुर नगर परिषद 45 वार्डों में प्रतिमाह लगभग 90 लाख की निकासी

हाजीपुर नाम अपने आप में ऐतिहासिक है और राजनीतिक दृष्टिकोण से 5 दशकों में हमेशा चर्चा का विषय रहा है

 

आज से चंद महीने पहले हाजीपुर क्षेत्र को भारत का सबसे प्रदूषित शहर माना गया था और पुरी दुनिया में जग हंसाई हुई थी। जिसके बाद आनन-फानन में जिलाधिकारी यशपाल मीणा ने अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए बागडोर संभाली। जिलाधिकारी ने ताबड़तोड़ बैठकों के माध्यम से नगर परिषद हाजीपुर के साथ मिलकर गंदगी के भंडार को मिट्टी और बालू से ढंक दिया था। लेकिन गलतियों को छुपाने की कला में निपुण जिलाधिकारी ने प्रयास जरूर किया मगर व्यवस्था को ध्वस्त पहले ही कर चुके थे। परिणाम यह हुआ कि मिडिया मैनेजमेंट के आधार पर और सोशल मीडिया पर लगाम लगाकर अपनी पीठ थपथपा ली।

 

 

लेकिन कब तक काठ की हांडी चढ़ाई जाती इसलिए पुनः प्रदूषण का पैमाना हाजीपुर क्षेत्र में ईमानदारी से काम करने लगे तो पुनः मुसको भव: देखने को मिल जाएगा। नगर परिषद हाजीपुर के जानकारों ने बताया कि नगर परिषद् हाजीपुर के 45 वार्डों में साफ-सफाई , घर घर से कचरा संग्रह एवं कुड़ा उठाने के नाम पर प्रतिमाह लगभग 90 लाख की निकासी के बाबजूद नगर के मुख्य मार्ग का हाल देखकर सहज समझा जा सकता है की नगर के मुहल्लों में निवास कर रहे आम लोगों का क्या हाल हो रहा होगा। जिसकी कुछ तस्वीरें आपके बीच साझा कर रहे हैं।

 

हाजीपुर नगर परिषद को जातिगत आरक्षण के आधार पर बांध दिया गया है और सभापति/उपसभापति पद एक विशेष जाति के लिए सुरक्षित कर बिहार सरकार ने जो मजबूती देने का प्रयास किया था वह धरातल पर नहीं दिख रहा है। सड़क सुरक्षा पर 5% काम भी नहीं हो पा रहा है तो वहीं सड़कों पर गडढ़ो की खेती भरपूर की गई है और अवैध खनन लगातार जारी हैं।

 

नगर परिषद हाजीपुर के द्वारा कचड़ा प्रबंधन 0% पर हैं और सड़कों पर ही महीने में 5-10 कचड़े पड़े रहते हैं। वहीं शहरी क्षेत्रों से कचड़े को उठाकर ग्रामीण क्षेत्रों के मुहाने पर रखा जाता हैं जो ग्रामीण क्षेत्र से शहरों में आने वाले लोगों के लिए मौत का पैगाम हैं। नगर परिषद हाजीपुर के सभापति सत्ताधारी पार्टी से संबंध रखने के साथ राजनीतिक संरक्षण प्राप्त कर हाजीपुर नगर परिषद क्षेत्र के लोगों के जीवन के साथ खुब खेल रहे हैं। वहीं आने वाले कल में सड़कों पर चल रहे आतंकी गतिविधियों के कारण मौत का आंकड़ा बड़े स्तर पर दिखेगा। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में फ़ैल रही बिमारियों के लिए नगर परिषद हाजीपुर के सभापति और नौकरशाह ही होंगे।

Rahul Kumar By Rahul Kumar
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May 07, 2025
Ahaan News

वैशाली जिलाधिकारी यशपाल मीणा मौत के खेल में बिहार में वैशाली को बनाया अव्वल, कैसे नींद आती हैं?

सड़क सुरक्षा पर साल भर पहले मिले सुझाव पर नहीं किया आज तक अमल और रोज हो रही सड़क हादसे के बाद कैसे सो पाते यशपाल मीणा

वैशाली जिले में लगातार कई वर्षों से सड़क दुघर्टना इतनी ज्यादा बढ़ गई है कि मौत का आंकड़ा आम लोगों को चैन से सोने नहीं देती है। आज वैशाली जिले के किसी भी क्षेत्र में लोग घरों से निकलते हैं और जबतक घर नहीं लौटते हैं तब तक घर वालों के गले से पानी नहीं उतरता है। महज चार दिनों में दो दर्जन से अधिक लोग घायल हुए और कई लोगों की मौत से कई परिवारों में लगातार मातम छाया हुआ है। मौत का खेल जिलाधिकारी यशपाल मीणा के कारण भी हो रही है। 

 

आप सभी को जानना चाहिए कि 2023 और 2024 में अहान न्यूज़ के प्रधान संपादक मनीष कुमार सिंह ने जिलाधिकारी यशपाल मीणा को उनके सरकारी नंबर 09473191310 पर बातचीत कर एवं संदेश भेजकर भी सड़क सुरक्षा पर क़दम उठाने के लिए कहा था। जिलाधिकारी ने भी संदेश भेजकर जानकारी देने को कहा था। जिलाधिकारी ने तत्काल जनसंपर्क पदाधिकारी को मनीष कुमार सिंह से बात करने को कहा और आवेदन के रूप में लिखित रूप से सारी जानकारी देने को कहा। जिसके बाद अति उत्साह में कि काम होगा मनीष कुमार सिंह ने लिखित रूप से एक दर्जन पेज में समस्या, समाधान और उसके माध्यम से सरकार को होने वाले आम पर भी बात रखी। जिसके बाद जिलाधिकारी ने पुनः फोन एवं संदेश से जानकारी मिलने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं कि और संदेश दिया कि यह जिम्मेवारी हमारी नहीं है बल्कि जिला परिवहन अधिकारी की हैं और अपना पल्ला झाड़ लिया। जिसके बाद मनीष कुमार सिंह ने एक दिन का सेमिनार सड़क सुरक्षा पर आयोजित किया जिसमें सभी प्रमुख अधिकारियों और विधायक और सांसद को सूचित किया लेकिन किसी के कानों पर जूं तक नहीं रेंगा।

 

लगातार अपडेट हो रहे सड़क हादसों ने झकझोर दिया तो अपनी ओर से उठाए गए कदमों को आपके बीच इस आलेख के माध्यम से रखा गया है अहान न्यूज़ के द्वारा। पत्रकारिता एक बड़ी जिम्मेदारी काम काम हैं जिसके लिए हर स्तर पर प्रयास करने की जरूरत को देखते ही जिलाधिकारी यशपाल मीणा को लगातार फोन और संदेश के अलावा ईमेल व लिखित रूप से भी दस्तावेज कार्यालय में सुपूर्द किया। जिलाधिकारी यशपाल मीणा लगभग तीन वर्षों में लगातार सड़कों पर भ्रमण करते दिखे लेकिन सड़क पर उन्हें कोई कमी नहीं दिखाई दी। तो कहावत यहां चरित्रार्थ होता है कि - "आंख से अंधा नाम नयन सुख"।

Manish Kumar Singh By Manish Kumar Singh
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May 07, 2025
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अक्षय तृतीया पर विप्र महासंवाद में जुटें देश - प्रदेश के श्री भगवान परशुराम वंश : अध्यक्ष 

अक्षय तृतीया 2025 के शुभ अवसर पर श्री भगवान परशुराम मंदिर कुतुबपुर डुमरी हाजीपुर वैशाली में भव्य महासमागम का आयोजन किया गया था।

श्री भगवान परशुराम मंदिर कुतुबपुर डुमरी हाजीपुर में अक्षय तृतीया के अवसर पर 29-30 अप्रैल को दो दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। जिसमें 29 अप्रैल को विप्र महासंवाद में देश - प्रदेश के परशुराम वंशजों का भव्य महासमागम हुआ। अक्षय तृतीया से एक दिन पहले दिन मंगलवार 29 अप्रैल को सुबह 11 बजे से शाम 6 बजे तक चले विप्र महासंवाद में भूमिहार और ब्राह्मण परिवार अपने वर्तमान और भविष्य को लेकर चर्चा किया। ब्रह्मार्षि परिवार के साथ राष्ट्र धर्म सर्वोपरि के सिद्धांतों पर अहम् चर्चा हुई।
 

 

ब्रह्मार्षि परिवार अपने जीवन शैली और समाजिक दायित्वों को लेकर अपने आदर्शों को लेकर आपस में संवाद के माध्यम से जुड़ें। आज के महासंवाद कार्यक्रम में सैकड़ों लोगों के विचारों को रिकार्ड में दर्ज किया गया और उन विचारों को लेकर समाज में एकजुटता और जागरूकता अभियान चलाया जाना तय हुआ।

श्री भगवान परशुराम वंशजों की सभा का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। जिसके बाद न्यास के अध्यक्ष मनीष कुमार सिंह के अध्यक्षीय उद्बोधन के साथ प्रारंभ किया गया। वहीं आज की सभा में प्रथम सत्र अनंत श्री विभूषित जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अनन्तानंद सरस्वती, राजगुरु मठ पीठाधीश्वर, काशी की अध्यक्षता में महासंवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया तो वहीं मंच संचालन की जिम्मेवारी धर्मवीर शुक्ला और उमेश मिश्रा द्वारा किया गया।

वहीं उत्तर प्रदेश से आने वाले हमारे विशिष्ट अतिथि मा. श्रीकांत त्यागी, संस्थापक सह राष्ट्रीय अध्यक्ष, राष्ट्रवादी नवनिर्माण दल शामिल हुए।

मुख्य अतिथि माननीय सतीश चन्द्र दुबे, केन्द्रीय राज्यमंत्री, विशेष अतिथि श्री अश्विनी चौबे, पूर्व केंद्रीय मंत्री, भारत सरकार, पूर्व विधायक विधायक अन्नु शुक्ला, 
स्वर्ण सेवा के अध्यक्ष भागवत शर्मा, की उपस्थिति तय हैं। श्री विजय कुमार सिन्हा, माननीय उपमुख्यमंत्री बिहार सरकार शामिल हुए।

 

 

वहीं नौलखा मंदिर सोनपुर के महंत लक्ष्मणाचार्य जी महाराज, लंगट बाबू के पौत्र अलख सिन्हा, बी. एन. शर्मा, गणेश सिंह, अशोक सिंह, मुरारी सिंह, राजकिशोर सिंह, श्याम किशोर ठाकुर, डॉ मिथलेश तिवारी, सुगंध तिवारी, अंजनी कुमार, प्रकाश रंजन, विनोद ओझा, मंटू मयंक, विवेक शर्मा, निति शर्मा, श्वेता पाण्डेय, विनोद कुमार पंकज, कुणाल किशोर, श्याम किशोर शर्मा, राजीव शाही, अभिषेक कुमार प्रमुख अतिथियों के रूप में शामिल हुए।

अध्यक्ष मनीष कुमार सिंह ने अपने संबोधन में श्री भगवान परशुराम तीर्थ पंचपुरमधाम न्यास के सभी सदस्यों और महंत हरिकांत शर्मा को शुक्रिया के साथ-साथ चलने के लिए धन्यवाद दिया, जिसने प्रयास से ही आज का कार्यक्रम बहुत ही सफल रहा। न्यास के सचिव राकेश रंजन, कोषाध्यक्ष महेश तिवारी, अरविंद कुमार सिंह, दिग्विजय सिंह, अखिलेश चौधरी, सुशील कुमार और प्रेम पराशर ने अहम भूमिका निभाई।

 

Rahul Kumar By Rahul Kumar
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